एक तरफ गर्मी और दूसरी तरफ अघोषित बिजली कटौती, तंग छात्रा ने लिखा सीएम योगी के नाम खुला खत !

एक तरफ गर्मी का प्रकोप ऊपर से बिजली की अघोषित कटौती उत्तर प्रदेश की आबाम का हाल बेहाल है अधिकारी सुनते नहीं और सूरज की तपन कम होती नहीं सरकार का आदेश है कि निर्बाध बिजली की आपूर्ती की जाए लेकिन बिजली सप्लाई राम भरोसे है ऐसे में यूपी की एक छात्रा ने सीधे सीधे सरकार के नाम खत लिख दिया और खत में जो कहा उसने हल्ला मचा दिया छात्रा का खुला खत वायरल हो रहा है और एक के बाद एक सवाल उठ रहे हैं छात्रा के खत के सहारे विरोधी सरकार को घेर रहे हैं तो अधिकारी अब बौखलाए घूम रहे हैं क्योंकि अब तक सरकारी आदेशों को अधिकारी पलीता लगा रहे थे लेकिन जैसे ही छात्रा के खत ने खुलासा किया तो सबकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई !

उन्नाव जिले की रहने वाली इस छात्रा ने बिजली कटौती की समस्या को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है छात्रा का कहना है कि बिजली की अघोषित कटौती से उसे पढ़ने लिखने में दिक्कत होती है गर्मी की वजह से रात को नींद नहीं आती इसलिए स्कूल से मिलने वाले असाइनमेंट नहीं हो पाते और ऐसे में उसकी शिक्षा बुरे दौर से गुजर रही है और उसकी काबिलियत सवालों में हैं इसलिए बिजली की समस्या को संज्ञान लिया जाए और समस्या को दूर कर यूपी के सभी पढ़ने वाले छात्रों को राहत प्रदान किया जाए ये पत्र उन्नाव के शुक्लागंज कस्बे की रहने वाली विदुषी सिंह ने सीएम योगी के नाम लिखा है साथ ही बिजली को अघोषित कटौती की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की है बता दें कि विदुषी सिंह कक्षा 9 की छात्रा हैं और कानपुर के एक स्कूल में पढ़ती हैं !

विदुषी सिंह ने सीएम को लिखे गए पत्र में लिखा है कि मैं विदुषी सिंह कक्षा 9 की छात्रा हूं मेरा निवास ऋषिनगर शुक्लागंज उन्नाव जिले में है विदुषी ने आगे लिखा, ‘आदरणीय योगी जी हमारे इलाके में पिछले दो महीने से बिजली की अघोषित कटौती हो रही है जिसके कारण हमें पढ़ने-लिखने और सोने में काफी दिक्कत हो रही है मेरे उज्ज्वल भविष्य के लिए अधिकारियों को निर्देशित करें कि बिजली की कटौती न करें मेरे पिताजी कई बार बिजली कटौती की समस्या को लेकर शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है विदुषी ने आगे लिखा है कि कृपया प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेकर इस भीषण गर्मी में यूपी के साथ जिले के सभी छात्रों को राहत देने का कार्य करें बिदुशी सिंह का खत सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं कोई छात्रा की समस्या को अपनी समस्या बता रहा है तो कोई इसे सुर्खियों में आने की कवायद बता रहा है छात्रा की समस्या पर विरोधी दलों के नेताओं ने भी साथ दिया है और कहा कि हकीकत को इस छात्रा ने खत से खोल कर रख दिया !

सरकार लखनऊ से आदेश तो देती है लेकिन सरकारी आदेश अधिकारी मानते ही नहीं लोग समस्या की शिकायत करते हैं तो अधिकारी उनको झिड़क देते हैं और सरकार के आदेश भी अधिकारी हवा में उड़ा देते हैं ऐसे में अब अधिकारियों की कमान कसी जानी चाहिए और सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए  !