स्वामी प्रेमानंद की शरण में पहुंचे मशहूर रेसलर द ग्रेट खली, स्वामी जी से हुआ शानदार वार्तालाप !

स्वामी प्रेमानंद महाराज जी की वाणी का ऐसा जादू है कि जो उन्हे एक बार सुन लेता है वो फिर उनसे मिलने से खुद को रोक ही नहीं पाता ! स्वामी जी की वाणी का प्रताप ऐसा है कि हर समुदाय के लोग और धर्मगुरु उनसे मिलने आते हैं ! कभी निहंग सिख साधु आते हैं तो कभी मुस्लिम धर्म के गुरु मिलने आते हैं और सेलेब्स से लेकर सियासी लोग भी मिलने आते हैं ! अब स्वामी जी से मिलने के लिए द ग्रेट खली पहुंचे और खली का जो अनुभव स्वामी जी से मुलाकात का रहा ! उसने तो खली को भी विभोर कर दिया ! महाराजश्री से मिलने के बाद तो खली ऐसे खोए कि कह उठे ऐसा अनुभव जिंदगी में कभी नहीं हुआ जो अबकी बार हुआ है ! रेसलिंग में भारत का लोहा मनवा चुके WWE चैंपियन दलीप राणा उर्फ द ग्रेट खली उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्वामी प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे थे!

यहां उन्होंने प्रेमानंद से अपने जीवन को अच्छे कामों में लगाने को लेकर सात सवाल रखे ! जिनका स्वामी प्रेमानंद महाराज ने जवाब दिया और सही मार्ग बताया ! महाराज श्री से बातचीत के दौरान खली ने पूछा कि मैं पहले गांव में सत्संग सुनना बहुत पसंद करता था, लेकिन जब से सत्संग कर रहे बाबाओं की हरकत देखीं, तब से सुनने से मन सा उठ गया है ! ऐसे में महाराजश्री ने कहा कि मिठाई से मतलब होना चाहिए, मिठाई बनाने वाले से नहीं ! खली ने कहा कि मैं भूत और भगवान को देखना चाहता हूं ! उन्हें महसूस करना चाहता हूं, मैं इन दोनों की खोज में हूं ! महाराजश्री ने कहा कि इंसान का पंचभूतों से रचित शरीर है ! जिस दिन इन भूतों से मुक्त हो जाओगे, उस दिन परमात्मा के स्वरूप के आप खुद हो जाओगे ! ईश्वर की प्राप्ति ध्यान करने से होती है !

तब खली ने कहा कि हमने सुना है कि हमारे अंदर खुद भगवान है, अगर ऐसा है तो मंदिर जाना जरूरी क्यों है ! महाराजश्री ने कहा कि आपके अंदर बचपन से सारी शक्तियां थी, लेकिन पढ़ने के लिए मास्टर के पास जाना पड़ा ! ऐसे ही भगवान हैं, वो हर मनुष्य के अंदर हैं ! मगर उन्हें जानने के लिए मंदिर और संत महात्माओं के पास जाना पड़ेगा ! खली ने आगे कहा कि मैं भगवान की खोज में हूं, कैसे मैं उन्हें खोजूं ! महाराजश्री ने कहा कि पहली सीढ़ी नामजप है, आपको कौन से भगवान का नाम प्रिय है ! जिस पर खली बोले राधा-राधा नाम जपा करूंगा ! खली ने कहा कि भोलेनाथ, प्रभु राम, श्री कृष्ण और राधा-राधा नाम तो एक ही है तो किसी एक को पसंद करना या नाम जपना ऐसा क्यों ! महाराजश्री ने कहा कि जब तक एक नाम में प्रीत नहीं होगी तब तक कुछ नहीं होगा ! जैसे दूध एक है, लेकिन उससे कई प्रकार की अलग-अलग मिठाइयां बनाई जाती हैं !

वैसे ही भगवान एक हैं, नाम अलग-अलग हैं लेकिन पसंद एक नाम को करते हैं ! खली बोले कि मैं किसी को दुख नहीं देता, लेकिन लोग फिर भी मेरे भोलेपन का फायदा उठाते हैं और फिर मुझसे गुस्सा कंट्रोल नहीं होता तो महाराजश्री ने कहा कि ये तुम्हारा सौभाग्य है जो लोग आपका फायदा उठा रहे हैं ! खली ने आगे कहा कि महाराज जी माला जपना जरूरी है या कर्म करना जरूरी है ! महाराजश्री ने कहा कि बिना नाम जप किए कोई सत्कर्म टिकेगा ही नहीं ! खली ने आगे बताया कि हम 7 भाई थे और बहुत गरीब थे ! मजदूरी करते थे, पत्थर तोड़ते थे, कभी सोचा नहीं था कि इतना मिलेगा, लेकिन परमात्मा ने न जाने कहां से दे दिया ! खली की बात सुनकर महाराजश्री खुश हो गए और जो कहा उसने तो खली को भी चौंका दिया !

इस दौरान खली ने कहा कि मुझे सत्संग सुनना अच्छा लगता है लेकिन संतों की हरकतों से मन टूटता है ! जिस पर स्वामी प्रेमानंद ने कहा कि मिठाई पसंद है तो मिठाई वाले से क्या लेना-देना ! उन्होंने इशारों में समझाया कि सत्संग पर ध्यान दें, सत्संग करने वाले पर नहीं ! खली 19 जनवरी को वृंदावन पहुंचे थे ! इस दौरान वो स्वामी प्रेमानंद महाराज के आश्रम में पहुंचे ! खली साल 2006 से 2014 तक WWE में रहे ! उन्होंने कई दिग्गज रेसलरों को हराया ! खली हिमाचल के सिरमौर के रहने वाले हैं ! उन्होंने पंजाब पुलिस भी जॉइन की थी ! फिलहाल वो पंजाब के जालंधर में रेसलिंग एकेडमी और हरियाणा के करनाल में ढाबा चला रहे हैं !

One thought on “स्वामी प्रेमानंद की शरण में पहुंचे मशहूर रेसलर द ग्रेट खली, स्वामी जी से हुआ शानदार वार्तालाप !

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