भरी विधानसभा में अखिलेश यादव का सीएम योगी को खुला चैलेन्ज, बोले दम है तो आ जाओ मैदान में !

सियासत के सिकंदर तो अखिलेश यादव है ही लेकिन उनकी क्रिकेट स्किल्स ऐसी है कि अच्छे अच्छे क्रिकेट स्टार भी पानी मांग जाए और अब अपनी क्रिकेट स्किल्स के भरोसे पर अखिलेश यादव ने सीएम योगी को खुली चुनौती दी है और कहा कि हर बाल पर छक्का मारूंगा अगर दम है तो फिर मैदान में आ जाइए सत्ताधारियों को भी पता है कि अगर अखिलेश यादव से क्रिकेट का मुकाबला हुआ तो फिर जीत उन्ही की होगी ऐसे में अखिलेश के चैलैन्ज पर सत्ताधारी मौन है और सपाई बार बार उनको उकसा रहे हैं

दरअसल भरे सदन में अखिलेश यादव को जब बीजेपी वालों ने छेड़ा तो फिर अखिलेश यादव ने सीधे सीधे सीएम योगी को निशाने पर लिया और खुला चैलेन्ज देते हुए कहा कि दम है तो फिर मैदान में आइए बताएंगे कि सदन में और क्या क्या हुआ लेकिन पहले आप बताएं कि क्या अखिलेश यादव क्रिकेट मैच में सीएम योगी को हरा सकते हैं आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके बताएं अब बात करते हैं विधानसभा में हुए हंगामे की तो राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को क्रिकेट खेलने का चैलेंज दिया

अखिलेश ने कहा कि वो हमसे मैच खेलने आए, मैं उनकी हर बॉल पर छक्का मारूंगा पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे बड़ी बात ये है कि एक तो कोई स्टेडियम नहीं बनाया, इन्हें शपथ लेनी होती है तो सपा के बने स्टेडियम में जाते हैं, ओलंपियंस को सम्मान देना है तो भी सपा के स्टेडियम में जाते हैं, हाथ हिलाकर मैच देखने चले गए तो जनता को लगा कि वो जनता को बता रहे हैं कि उन्होंने स्टेडियम बनाया है मैच खेलने आए हमसे  हम बता देंगे कि किसमें कितना दम है

जातिगत जनगणना को लेकर विधानसभा के अंदर दूसरी पार्टियों से सपोर्ट मांगने पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे यूपी की जनता चाहती है कि जातिगत जनगणना हो मुझे उम्मीद है कि सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी, दिल्ली सरकार को सोचना चाहिए कि देश की जनता को जातिगत जनगणना चाहिए कि नहीं नेहा सिंह राठौर को नोटिस भेजने पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार किसी को अपने खिलाफ बोलते हुए स्वीकार नहीं कर सकती है, सरकार का टेंपल रन डीजीपी हो और जाति के आधार पर पोस्टिंग होती हो तो क्या उम्मीद कर सकते हैं, एक राज्य में मां-बेटी को जिंदा जला दिया जाए तो किसी लोक गायिका पर नोटिस दे देंगे यही काम कर सकते हैं विधानसभा में योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर एडमिनिस्ट्रेशन जागरूक होकर काम करता तो कानपुर देहात में मां-बेटी को जान नहीं देना पड़ता, जिस प्रशासन की जिम्मेदारी थी वो भाग खड़ा हुआ, उसपर बुलडोजर चला दिया, बुलडोजर के दिमाग नहीं होता, ये फैसला किसने लिया कि बुलडोजर चला दो

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आपको कौन रोकता है अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से? जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं लेकिन हर रोज घटनाएं हो रही हैं, कन्नौज में एक मुस्लिम नौजवान से मंदिर में मांस रखवा दिया जो बीजेपी का कार्यकर्ता था, रायबरेली में दलितों की पिटाई हुई, जौनपुर में सभासद को गोली मार दी, ये जीरो टॉलरेंस है?  अखिलेश यादव ने एक के बाद एक मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरा और निशाने पर सीधे सीएम योगी थे अखिलेश यादव ने मामले पर जिस तरह से बीजेपी को घेरा है उससे बीजेपी भी सकते में है तो वहीं दूसरी तरफ हालात ऐसे है कि बीजेपी को समझ नहीं आ रहा चैलेन्ज को स्वीकार करे कि न करे अगर किया तो भी आफत और नहीं किया तो भी आफत करो या मरो के हालात अब सत्ताधारियों के लिए बन गए हैं